देहरादून, 22 जुलाई 2025।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को आईआरडीटी सभागार, देहरादून में आयोजित भव्य कार्यक्रम में “फिलॉसोफी एंड एक्शन ऑफ आरएसएस फॉर हिन्द स्वराज” पुस्तक के पुनर्प्रकाशित संस्करण का लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबोले, प्रज्ञा प्रवाह के संयोजक श्री जे. नंदकुमार सहित अनेक स्वयंसेवक, सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने पुस्तक के लेखक फादर एंथोनी के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि वर्ष 1951 में लिखी गई यह पुस्तक संघ की विचारधारा, संगठनात्मक संरचना और उसकी कार्यपद्धति का निष्पक्ष एवं ईमानदार विश्लेषण प्रस्तुत करती है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक भावी पीढ़ियों को संघ के प्रारंभिक संघर्षों और राष्ट्रनिर्माण में उसके योगदान से जोड़ने का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ न केवल एक संगठन है, बल्कि यह भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण, सामाजिक समरसता और आत्मगौरव की दिव्य धारा है, जो राष्ट्र के कोने-कोने में राष्ट्रीय चेतना की अखंड ज्योति प्रज्वलित कर रही है।” उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं पर गर्व करता है, और यह संघ की तपश्चर्या का ही परिणाम है।
श्रीमद्भगवद्गीता पाठ अब सरकारी स्कूलों में अनिवार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने उत्तराखंड के सरकारी विद्यालयों में श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ अनिवार्य कर एक ऐतिहासिक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहल की है। इसके माध्यम से छात्रों को जीवन मूल्यों, नैतिकता और सनातन ज्ञान से परिचित कराया जाएगा।
लैंड जिहाद, लव जिहाद और अवैध गतिविधियों पर कठोर कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने राज्य में चल रहे संगठित लैंड जिहाद पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि अब तक 7,000 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को जिहादी तत्वों से मुक्त कराया गया है। इसके साथ ही 200 से अधिक अवैध मदरसों को सील किया गया है और 500 से अधिक अवैध निर्माणों को हटाया गया है।
उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत धर्म को बदनाम करने वाले पाखंडी और विधर्मी तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। “देवभूमि उत्तराखंड में ऐसे घुसपैठिए किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे,” मुख्यमंत्री ने दृढ़ता से कहा।
समान नागरिक संहिता लागू करने वाला पहला राज्य
उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू कर सभी नागरिकों के लिए समान कानून व्यवस्था की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री ने इसे सामाजिक समरसता और न्याय की दिशा में निर्णायक पहल बताया।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक पुनर्जागरण
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि भारत अमृतकाल में प्रवेश कर चुका है। अनुच्छेद 370 की समाप्ति, ट्रिपल तलाक का अंत और नागरिकता संशोधन जैसे निर्णय ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि उत्तराखंड सरकार भी “विकल्प रहित संकल्प” के साथ राज्य की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए लगातार कार्य कर रही है।