उत्तरकाशी | 16 अप्रैल 2025
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सिलक्यारा सुरंग के ब्रेकथ्रू कार्यक्रम में प्रतिभाग किया और इस ऐतिहासिक परियोजना के सफल चरण पर सभी अधिकारियों, इंजीनियरों और श्रमिकों को बधाई दी। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाली इस डबल लेन सुरंग की कुल लंबाई 4.531 किलोमीटर है और यह लगभग ₹1384 करोड़ की लागत से बन रही है। इसके पूर्ण हो जाने पर दोनों धामों के बीच की दूरी 25 किलोमीटर तक कम हो जाएगी, जिससे यात्रियों को अधिक सुविधा और समय की बचत होगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वर्ष 2023 में हुई उस चुनौतीपूर्ण घटना को भी याद किया, जब सुरंग निर्माण के दौरान 41 श्रमिक भूस्खलन के कारण सुरंग के भीतर फंस गए थे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में और मुख्यमंत्री श्री धामी के नेतृत्व में देश का सबसे जटिल और लंबा रेस्क्यू ऑपरेशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ था। सभी श्रमिकों को 17 दिनों के भीतर सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह सफलता केवल उन्नत इंजीनियरिंग नहीं, बल्कि आस्था, समर्पण और टीम वर्क की जीत है।” उन्होंने रेस्क्यू अभियान में सहयोग देने वाली समस्त एजेंसियों — एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, रैट माइनर्स और तकनीकी विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया।
बाबा बौखनाग मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा, मुख्यमंत्री ने निभाया संकल्प
मुख्यमंत्री श्री धामी ने सिलक्यारा में बाबा बौखनाग मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी भाग लिया। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू अभियान की सफलता के लिए उन्होंने बाबा बौखनाग से मन्नत मांगी थी और मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था, जिसे अब पूरा किया गया है। उन्होंने कहा, “जैसे ही सुरंग के मुख पर बाबा बौखनाग की स्थापना हुई, हमें सफलता मिलनी शुरू हो गई। आज यह मंदिर आस्था और संकल्प का प्रतीक बन गया है।”
मुख्यमंत्री ने बाबा बौखनाग से प्रदेश की सुख-समृद्धि और सुरक्षा की प्रार्थना की और कहा कि श्रद्धालुओं को अब इस मंदिर से भी आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री की घोषणाएं
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर चार प्रमुख घोषणाएं भी कीं:
- सिलक्यारा टनल का नाम बाबा बौखनाग के नाम पर रखा जाएगा।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गेंवला-ब्रह्मखाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाया जाएगा।
- बौखनाग टिब्बा को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
- स्यालना के निकट हेलीपैड का निर्माण किया जाएगा।