(देहरादून, 18 अगस्त 2025)
गैरसैंण की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण विधानसभा इतिहास रचने जा रही है। आगामी मानसून सत्र 19 से 22 अगस्त तक यहां आयोजित होगा और यह पूरी तरह पेपरलेस सत्र होगा। विधानसभा सचिवालय ने इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं।
राष्ट्रीय ई-विधानसभा एप्लीकेशन (ई-नेवा) के तहत किए गए डिजिटाइजेशन कार्य के बाद इस बार सभामंडप में कई नई व्यवस्थाएं नजर आएंगी। फरवरी 2025 में देहरादून विधानसभा में बजट सत्र से पेपरलेस कार्य प्रणाली की शुरुआत की गई थी। उस दौरान भराड़ीसैंण में ई-नेवा का काम अधूरा होने के कारण बजट सत्र देहरादून में आयोजित हुआ था। अब काम पूरा हो चुका है और सरकार ने मानसून सत्र भराड़ीसैंण में ही कराने का निर्णय लिया है।
बारिश और भूस्खलन की चुनौती के बावजूद तैयारी पूरी
प्रदेश सरकार ने मौसम और भूस्खलन की चुनौतियों के बावजूद भराड़ीसैंण में सत्र आयोजित करने का फैसला लिया है। रविवार को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण भराड़ीसैंण पहुंचीं और सचिवालय के अधिकारियों संग तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने सभामंडप का निरीक्षण कर डिजिटाइजेशन कार्यों, साउंड सिस्टम और संचार सेवाओं की स्थिति देखी।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा –
“भराड़ीसैंण विधानसभा में मानसून सत्र को पेपरलेस कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी हैं। देहरादून के बाद अब गैरसैंण में भी डिजिटाइजेशन हो चुका है। इससे विधायी कामकाज अधिक पारदर्शी और कागज रहित होगा।”
अब होगा बेहतर साउंड सिस्टम
ई-नेवा परियोजना के तहत सभामंडप में पुनर्निर्माण कार्य भी किए गए हैं। आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों की मदद से साउंड सिस्टम को अपग्रेड किया गया है। माना जा रहा है कि अब सदन में ध्वनि से जुड़ी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।
विधायकों से मिले 550 से अधिक प्रश्न
आगामी सत्र में पक्ष और विपक्ष के विधायकों की ओर से 550 से अधिक प्रश्न विधानसभा सचिवालय को प्राप्त हुए हैं। इनमें आपदा प्रबंधन और विकास कार्यों से जुड़े मुद्दे प्रमुख हैं। सरकार को इन पर सदन में जवाब देना होगा।
👉 भराड़ीसैंण विधानसभा का यह सत्र न केवल तकनीकी रूप से नई दिशा देगा बल्कि प्रदेश की विधायी प्रक्रिया को भी आधुनिक स्वरूप प्रदान करेगा