(नई दिल्ली)29जुलाई,2025.
एनईपी के पांच वर्ष पूरे होने पर एक संदेश में, पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय मंगलवार को अखिल भारतीय शिक्षा समागम (एबीएसएस) का आयोजन कर रहा है और इस कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल शुरू की जाएंगी। पीएम मोदी ने कहा, शिक्षा वह माध्यम है जो व्यक्ति को आत्मनिर्भर और राष्ट्र को सशक्त बनाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में कई सकारात्मक बदलाव हुए हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करके छात्रों के समग्र और बहुआयामी विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
एनईपी के पांच वर्ष पूरे होने पर एक संदेश में, पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय मंगलवार को अखिल भारतीय शिक्षा समागम (एबीएसएस) का आयोजन कर रहा है और इस कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल शुरू की जाएंगी। पीएम मोदी ने कहा, शिक्षा वह माध्यम है जो व्यक्ति को आत्मनिर्भर और राष्ट्र को सशक्त बनाती है। हमारा उद्देश्य ऐसी शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करना है जिसमें विद्यार्थी अपनी रुचि, क्षमता और सपनों के अनुसार आगे बढ़ सकें। आज देश गौरवशाली भारतीय संस्कृति से जुड़ी शिक्षा को तकनीक और वैश्विक मानकों से सुसज्जित करके प्रगति के पथ पर अग्रसर है। पीएम ने कहा, पिछले पांच वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में अनेक सकारात्मक बदलाव हुए हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करके विद्यार्थियों के समग्र और बहुआयामी विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
प्रधान आज करेंगे शिक्षा समागम का उद्घाटन:
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मंगलवार को अखिल भारतीय शिक्षा समागम (एबीएसएस 2025) का उद्घाटन करेंगे। इस समागम में शिक्षा को अधिक सुलभ, व्यावहारिक, कौशल-उन्मुख बनाने पर विचार विमर्श होगा। इसमें रोजगार के अवसरों के साथ समेकित रूप से एकीकृत करने पर जोर दिया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि छात्र गतिशील वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए तैयार हों।
अमृत काल में भारत विकसित राष्ट्र निर्माण की ओर तेजी से बढ़ रहा:
प्रधानमंत्री ने कहा कि अमृत काल में भारत एक भव्य और विकसित राष्ट्र के निर्माण की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है। इस दौरान, हमारे युवाओं के आत्मविश्वास, जिज्ञासा और रचनात्मकता को बढ़ावा देने में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। शिक्षा समागम हमारे साझा संकल्प और सहयोग की भावना का प्रतीक है। पीएम मोदी ने कहा, मुझे विश्वास है कि यह आयोजन न सिर्फ शिक्षण संस्थानों को अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं, रणनीतियों और उपलब्धियों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल कार्यान्वयन के लिए निरंतर प्रयासों को भी और सशक्त करेगा।(साभार एजेंसी)