देहरादून/13 मई 2025:
राज्य में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और लोक संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग ने गीत-नाट्य योजना के अंतर्गत सांस्कृतिक दलों के पंजीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। मंगलवार को इस प्रक्रिया की शुरुआत देहरादून जिले के कालसी ब्लॉक से हुई, जिसमें कुल 24 सांस्कृतिक दलों ने हिस्सा लिया।
यह पहल राज्य सरकार की लोक कल्याणकारी नीतियों व योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से की गई है। विभागीय गीत-नाट्य योजना के तहत गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों के अलग-अलग स्थानों पर ऑडिशन आयोजित किए जाएंगे। गढ़वाल मंडल के जनपदों के लिए ऑडिशन 13 से 20 मई तक सूचना भवन, देहरादून में होंगे, जबकि कुमाऊं मंडल के लिए ऑडिशन 26 से 30 मई तक एमबीपीजी कॉलेज, हल्द्वानी में आयोजित किए जाएंगे।
इस अवसर पर सूचना महानिदेशक श्री वंशीधर तिवारी ने कहा कि,
“पर्वतीय राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप गीत एवं नाट्य योजना को सुदृढ़ किया गया है, जिससे सरकार की नीतियों, निर्णयों और उपलब्धियों को प्रभावी रूप से आम जनता तक पहुँचाया जा रहा है। साथ ही इससे लोक संस्कृति को संरक्षित करने और स्थानीय कलाकारों को मंच देने का कार्य भी हो रहा है।”
उन्होंने यह भी बताया कि पंजीकृत दलों में लोक गीत, लोक नृत्य, कठपुतली, कब्बाली, भजन, नाटक, और नुक्कड़ नाट्य जैसे सांस्कृतिक माध्यम शामिल हैं, जो युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।
इस चयन प्रक्रिया में पदमश्री प्रीतम भरतवाण, प्रसिद्ध लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी, संयुक्त निदेशक सूचना के.एस. चौहान, भारत सरकार गीत-नाट्य प्रभाग के सहायक निदेशक संतोष आशीष, और संस्कृति विभाग के श्री नरेन्द्र शर्मा निर्णायक मंडल के रूप में शामिल हैं।
यह पहल राज्य की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए जन-जागरूकता का सशक्त माध्यम बन रही है।