(वाराणसी, यूपी) 12 सितम्बर, 2025. भारत और मॉरीशस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की वाराणसी में हुई मुलाकात के दौरान विज्ञान, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, शिक्षा और अंतरिक्ष अनुसंधान सहित कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के समझौते किए। इसमें सबसे अहम है मॉरीशस में फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट की स्थापना, जिससे द्वीपीय देश को स्वच्छ ऊर्जा में बड़ी मदद मिलेगी।
दोनों देशों के बीच हुए समझौतों में समुद्र विज्ञान, प्रशासनिक सुधार, हाइड्रोग्राफी और अंतरिक्ष अनुसंधान को प्रमुख स्थान दिया गया है। भारत इससे हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा को मजबूत कर सकेगा, वहीं मॉरीशस को तकनीकी क्षमता बढ़ाने का लाभ मिलेगा।
भारत इस वर्ष मॉरीशस को 2,000 करोड़ रुपये की बजटीय सहायता भी देगा। साथ ही, रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मॉरीशस में बंदरगाह पुनर्निर्माण और चागोस समुद्री संरक्षित क्षेत्र के विकास व निगरानी में भी सहयोग करेगा।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सोच है कि विदेश नीति सिर्फ दिल्ली की नहीं, बल्कि पूरे देश की है, इसलिए इस द्विपक्षीय वार्ता को दिल्ली के बजाय काशी में रखा गया। उन्होंने बताया कि काशी प्रधानमंत्री के दिल के बेहद करीब है और गंगा से हिंद महासागर तक यह संबंध भारत–मॉरीशस रिश्तों को नई मजबूती देगा।
काशी आगमन पर प्रधानमंत्री मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री का शंखनाद, हर-हर महादेव के उद्घोष और पुष्पवर्षा से भव्य स्वागत हुआ। स्थानीय कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘जीएसटी और धन्यवाद’ लिखी तख्तियों के साथ पीएम का अभिनंदन किया।
अयोध्या दौरा आज:
मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम शुक्रवार को अयोध्या जाएंगे। वे परिवार समेत श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला के दर्शन करेंगे और राम दरबार में विशेष पूजा-अर्चना करेंगे।